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Showing posts from April, 2021

सुप्रीम कोर्ट की सख्त हिदायत मोदी सरकार को, पढ़िये पूरी खबर

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  देश में ऑक्सीजन सप्लाई और दवाओं के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार पर सवालों की बौछार कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान मोदी सरकार को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि – हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अगर कोई नागरिक सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत दर्ज कराता है, तो इसे गलत जानकारी नहीं कहा जा सकता है। अगर कार्रवाई के लिए ऐसी शिकायतों पर विचार किया जाता है तो हम इसे अदालत की अवमानना मानेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोविड-19 पर सूचना के प्रसार पर कोई रोक नहीं होनी चाहिए। कोविड-19 संबंधी सूचना पर रोक अदालत की अवमानना मानी जाएगी, इस सबंध में पुलिस महानिदेशकों को निर्देश जारी किए जाएं। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र से कहा कि सूचनाओं का मुक्त प्रवाह होना चाहिए, हमें नागरिकों की आवाज सुननी चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि इस बारे में कोई पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए कि नागरिकों द्वारा इंटरनेट पर की जा रही शिकायतें गलत हैं। उच्चतम न्यायालय ने पाया कि यहां तक कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को भी अस्पतालों...

बाबा परेशान "हर मर्ज की अचूक इलाज" के संस्थान में मिले 83 पॉजिटिव, अब क्या करे संस्थान?

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अंकुर पटेल   देश मे कुछ बाबाओ में एक है ऐसे बाबा जो देश के विपत्तियों में भी कमाने का रास्ता निकाल लिया। जब पूरे देश विदेश में लोग कोरोना नामक महामारी से जूझ रहे थे 2019-20 में तो इनके द्वारा एक आयुर्वेदिक दवा का इजात किया गया नाम कोरोनिल किट, जिसकी कीमत 545 रुपये के आस पास रखी गई। ये बाबा पढ़े लिखे डॉक्टर, शोधकर्ता और डब्लूएचओ को भी पीछे छोड़ दिए। लोगो के डर का फायदा ऐसा मिला इनको की यह किट बेच कर लगभग करोड़ो तो कमा ही चुके । 2021 के महामारी में इनकी चादी से सोना हो गई क्योंकि यह महामारी पहले की अपेछा ज्यादा तगड़ी थी जिसमे इनको कमाने का अच्छा अवसर मिल गया। देश की जनता को अपना किट बेचने वाले के यहाँ ही बड़ी तादाद में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब सवाल उठता है, बाबा अपने लोगो को किट लेने की सलाह क्यों नही दी या खिलाई या खुद भी ली या नही, ऐसे बहुत सवालों पर प्रश्न चिन्ह लगा है। ये वही बाबा है जिनके रूप अनेक है, आइए जानते है इनके कुछ पुराने किस्से पेट को मरोड़कर घुमाने वाले बाबा, भारत का कालाधान वापस लाने वाले, पेट्रोल को 35 रुपये में बिकवाने वाले, रुपया डॉलर के बराबर ले आने वाले, भारत भूमि से...

नवाबो के शहर में बड़े बड़े धराशाई, ना सुनवाई ना जुगाड

पं०धीरेन्द्र नाथ शर्मा एडवोकेट (विधिक संवाददाता वाराणसी) लखनऊ : लखनऊ राजधानी में बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण ने कुछ ही दिनों में इतने बद से बदतर हालात पैदा कर दिए हैं कि जिसके बारे में सुनकर आपका कलेजा फट जाएगा, रूह कांप जाएगी, दिमाग काम करना बंद कर देगा। कोरोना पीड़तों की खौफनाक कहानियां लखनऊ में बेहद डरावनी हो चली हैं। बड़े बड़े अधिकारी सफेद झूठ बोले जा रहे हैं और यहां मरीजों की जान जा रही हैं। ताजा मामले में गोमती नगर में विनम्र खंड के निवासी पूर्व जिला जज रमेश चंद्रा का है। दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उनकी पत्नी 64 वर्षीय मधु चंद्रा भी संक्रमित थीं। पूर्व जिला जज ने डीएम से लेकर सीएमओ व कोविड-19 कंट्रोल रूम समेत अन्य अधिकारियों को पचासों फोन कर डाले। मगर हर जगह से अभी तभी व्यवस्था कराने व एम्बुलेंस भेजने का सिर्फ झूठा आश्वासन मिलता रहा। बृहस्पतिवार को सुबह करीब आठ बजे मधु चंद्रा ने दम तोड़ दिया। अब उनकी लाश उठाने तक के लिए कोई नहीं जा रहा।