नवाबो के शहर में बड़े बड़े धराशाई, ना सुनवाई ना जुगाड

पं०धीरेन्द्र नाथ शर्मा एडवोकेट (विधिक संवाददाता वाराणसी)

लखनऊ: लखनऊ राजधानी में बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण ने कुछ ही दिनों में इतने बद से बदतर हालात पैदा कर दिए हैं कि जिसके बारे में सुनकर आपका कलेजा फट जाएगा, रूह कांप जाएगी, दिमाग काम करना बंद कर देगा। कोरोना पीड़तों की खौफनाक कहानियां लखनऊ में बेहद डरावनी हो चली हैं। बड़े बड़े अधिकारी सफेद झूठ बोले जा रहे हैं और यहां मरीजों की जान जा रही हैं। ताजा मामले में गोमती नगर में विनम्र खंड के निवासी पूर्व जिला जज रमेश चंद्रा का है।

दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उनकी पत्नी 64 वर्षीय मधु चंद्रा भी संक्रमित थीं। पूर्व जिला जज ने डीएम से लेकर सीएमओ व कोविड-19 कंट्रोल रूम समेत अन्य अधिकारियों को पचासों फोन कर डाले। मगर हर जगह से अभी तभी व्यवस्था कराने व एम्बुलेंस भेजने का सिर्फ झूठा आश्वासन मिलता रहा। बृहस्पतिवार को सुबह करीब आठ बजे मधु चंद्रा ने दम तोड़ दिया। अब उनकी लाश उठाने तक के लिए कोई नहीं जा रहा।


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