बाबा परेशान "हर मर्ज की अचूक इलाज" के संस्थान में मिले 83 पॉजिटिव, अब क्या करे संस्थान?
अंकुर पटेल
ये ऐसे बाबा है जिनका अपना अरबों का चिकित्सकीय धंधा है। लेकिन बाबा का अपना सिपहसलार फूड पॉयजनिंग से बीमार पड़ता है तो एम्स पहुंच जाता है।
देश मे कुछ बाबाओ में एक है ऐसे बाबा जो देश के विपत्तियों में भी कमाने का रास्ता निकाल लिया। जब पूरे देश विदेश में लोग कोरोना नामक महामारी से जूझ रहे थे 2019-20 में तो इनके द्वारा एक आयुर्वेदिक दवा का इजात किया गया नाम कोरोनिल किट, जिसकी कीमत 545 रुपये के आस पास रखी गई। ये बाबा पढ़े लिखे डॉक्टर, शोधकर्ता और डब्लूएचओ को भी पीछे छोड़ दिए। लोगो के डर का फायदा ऐसा मिला इनको की यह किट बेच कर लगभग करोड़ो तो कमा ही चुके । 2021 के महामारी में इनकी चादी से सोना हो गई क्योंकि यह महामारी पहले की अपेछा ज्यादा तगड़ी थी जिसमे इनको कमाने का अच्छा अवसर मिल गया। देश की जनता को अपना किट बेचने वाले के यहाँ ही बड़ी तादाद में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब सवाल उठता है, बाबा अपने लोगो को किट लेने की सलाह क्यों नही दी या खिलाई या खुद भी ली या नही, ऐसे बहुत सवालों पर प्रश्न चिन्ह लगा है। ये वही बाबा है जिनके रूप अनेक है, आइए जानते है इनके कुछ पुराने किस्से पेट को मरोड़कर घुमाने वाले बाबा, भारत का कालाधान वापस लाने वाले, पेट्रोल को 35 रुपये में बिकवाने वाले, रुपया डॉलर के बराबर ले आने वाले, भारत भूमि से भ्रष्टाचार भगाने वाले, ऋषियों के ऋषि अर्थात महर्षि और अवतारी पुरुष के चुनाव सहयोगी उसके बाद भी नही रुके तरह तरह के प्रोडक्ट के इजात करने वाले,गौमूत्र आदि से इलाज करने वाले आविष्कारक बाबा।
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