✍️ अधिवक्ता ने बार के नाम चिट्ठी लिखकर खाया जहर, जांच का विषय है, आखिर दोषी कौन??????
¥ मुझे और मेरे परिवार को किया जा रहा प्रताड़ित : अधिवक्ता।
¥ कहीं करो शिकायत, कार्रवाई हम ही करेंगे।
¥ प्रधानी चुनाव में भी डराया धमकाया गया।
VARANASI:- अधिवक्ता देवेंद्र कुमार मिश्रा पुत्र रमाशंकर मिश्र निवासी थाना फूलपुर अंतर्गत ग्राम सगुनहां तहसील पिंडरा वाराणसी ने शुक्रवार दोपहर लगभग दो-ढाई बजे सात पन्नों का सुसाइड नोट लिखने के बाद वाराणसी कचहरी में ही जहर खा लिया। आनन-फानन में अधिवक्ता को दीनदयाल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे कबीरचौरा मंडलीय चिकित्सालय में रेफर कर दिया गया। जहां अधिवक्ता की हालत गंभीर बनी है।
👉अधिवक्ता ने अपने सुसाइड नोट में पटिदारों, सीओ पिंडरा, बाबतपुर चौकी इंचार्ज सहित कुछ दबंगों पर लागातर उसे और उसके परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
👇अधिवक्ता द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट के कुछ अंश
✍🏽सुसाइड नोट अध्यक्ष और महामंत्री सेंट्रल बार और बनारस बार के पदाधिकारियों के नाम लिखी गई।
✍🏽सुसाइड नोट के अनुसार 2013 में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में रजिस्ट्रेशन हुआ था, रजिस्ट्रेशन के पूर्व अधिवक्ता के ऊपर 107/116 सीआरपीसी धारा भी दर्ज नहीं थी।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल करके पटीदार के द्वारा झूठे व फर्जी मुकदमों में फंसाने के लिए प्रताड़ित करने लगे।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, झूठे व फर्जी मुकदमे के वजह से 2014 में लगभग 3 माह जेल भी काटनी पड़ी।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार,19-01-2019 तत्कालीन थानाअध्यक्ष बड़ागांव द्वारा क्षेत्राधिकार न होने के बावजूद 151 सीआरपीसी में थानाध्यक्ष बड़ागांव व तत्कालीन उपजिलाधिकारी पिंडरा को साजिश में लेकर बिना न्यायालय प्रस्तुत किए मुझे थाने से सीधे जेल भेज दिया गया।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, विपक्षी ने मेरे ऊपर कई मुकदमे किए और करवाएं जिसमें गुंडा एक्ट व हिस्ट्री सीट की कार्रवाई भी शामिल है।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, पुलिस कई बार एक पक्षीय कार्यवाही कर मेरे व मेरे परिवार के सदस्यों पर 151 की कार्रवाई करके प्रताड़ित करती चली आ रही है।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, 17-04-2021 को सायं 6:00 बजे बाबतपुर चौकी इंचार्ज अरविंद यादव मुझे बेवजह घर से उठा ले गए, 4 घंटे चौकी में बैठाने के बाद 10:00 बजे मुझे छोड़ा।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, विपक्षीगण उपरोक्त सहित चौकी इंचार्ज अरविंद यादव के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत की थी किंतु उस पर कोई कार्यवाही ना करके पुलिस द्वारा मुझे और मेरे परिवार को ही प्रताड़ित किया जाने लगा।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, 19-04-2021 को पोलिंग बूथ पर विपक्षीगण उपरोक्त मेरी पत्नी को गाली देते हुए मारने पीटने लगे (जिस का वीडियो है) किंतु शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
✍🏽 सुसाइड नोट के अनुसार, दिनांक 14-09-2021 व 15-09-2021 को लगातार दो दिन क्षेत्राधिकारी पिंडरा अभिषेक कुमार पांडेय ने मुझे अपने कार्यालय बुलाकर जमीन छोड़ने हेतु डराया और धमकाया था, उपरोक्त बाबत मैंने मुख्यमंत्री सहित लगभग सभी जिम्मेदार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अपनी जान व सम्मान के सुरक्षा की गुहार लगाई किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई।
विस्तृत जानकारी के लिए सुसाइड नोट्स संलग्न है
👉इस संबंध में जब सीओ पिंडरा से बात की गयी तो उन्होंने अधिवक्ता के आरोपों की जानकारी से इनकार किया। कहा कि मैंने उनका लेटर नहीं पढ़ा है। मगर जहां तक मुझे पता है कि उनके खिलाफ पहले से सात-आठ मुकदमें दर्ज हैं। इनमें जमीन संबंधित विवाद भी शामिल हैं। उनके आरोपों की जांच की जाएगी।
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