✍️बार कौंसिल के आह्वान पर शासन के खिलाफ वाराणसी कचहरी में जबरदस्त विरोध
वाराणसी: दी सेंट्रल बार व बनारस बार एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रुप से बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर वाराणसी कचहरी में बड़ी संख्या में विशाल जुलूस निकालकर पूरे कचहरी परिसर का चक्र करते हुए शासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जाहिर किया गया। तत्पश्चात जुलूस को सभा के रूप में तब्दील कर डीएम पोर्टिको पर सभा आयोजित की गई।
हरिशंकर सिंह
(बार कॉउन्सिल ऑफ उत्तरप्रदेश पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सदस्य)
👉बार कॉउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सदस्य हरिशंकर सिंह ने कहा की अपर मुख्य सचिव उ०प्रo शासन अवनीश अवस्थी का पत्र दिनांक 15.05.2022 न्याय के शासन एवं अधिवक्ता सम्मान पर कुठाराघात करता है। यह पत्र न केवल एक तरफा है अपितु संविधान द्वारा प्रदत सभी को न्याय के संरक्षण से वचित करता है यह पत्र अधिवक्ता विरोधी है, हम इसकी घोर निंदा करते हैं। वकील सभ्य परिवार से होता है व डबल ग्रेजुएट होता है। अवनीश अवस्थी के पत्र से पूरा अधिवक्ता समाज मर्माहत है और दुखी है।
अधिवक्तागणों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी के द्वारा उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से ACM चतुर्थ अंशिका दीक्षित को ज्ञापन देकर प्रेषित किया।
ज्ञापन के माध्यम से दोनों बार के अध्यक्ष व महामंत्री ने मांग की कि अधिवक्ता आफिस ऑफ दी कोर्ट होता है। अधिवक्ता के खिलाफ कोई अर्मयादित टिप्पणी न की जाएं, अधिवक्ता न्यायप्रणाली का अभिन्न अंग है। जिसको संवैधानिक मान्यता प्राप्त है और अधिवक्ता इसमें महत्वपूर्ण कड़ी है अधिवक्ता समाज आपके पत्र से बेहद आहत हुआ है। अधिवक्ताओं की भावनाओं को देखते हुए अपने पत्र को तुरन्त वापस लिया जाए अन्यथा अधिवक्तागण, बार काउंसिल ऑफ उ०प्र० के निर्देशानुसार चरणबद्ध आन्दोलन के लिए बाध्य होगें।
ज्ञापन सौंपने के दौरान उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सदस्य हरिशंकर सिंह,अरुण कुमार त्रिपाठी, बनारस बार व सेंट्रल बार के अध्यक्ष-महामंत्री व वर्तमान व पूर्व पदाधिकारी गण के साथ सैकड़ों संख्या में अधिवक्ता गण भी मौजूद रहे।
अंकुर पटेल (अधिवक्ता)
9451268245
Comments
Post a Comment