✍️ काशी कचहरी में अधिवक्तगण ने मनाई शहीद दिवस

Varanasi: कचहरी परिसर में 15 वर्ष पूर्व हुए बम धमाके के विरोध में बुधवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहने की सेंट्रल व बनारस बार एसोसिएशन ने घोषणा की। यह जानकारी दोनों बार एसोसिएशन के महामंत्री अश्वनी कुमार राय व रत्नेश्वर पांडेय ने दी। 
👉उधर, बम ब्लास्ट की बरसी की पूर्व संध्या पर कैंडिल मार्च निकालकर अधिवक्ताओं ने अपने तीन साथियों को याद भी किया। इस दौरान अधिवक्ताओ ने शहीद अधिवक्ता भोलानाथ सिंह, ब्रह्म प्रकाश शर्मा, बुद्धिराज पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

👉बता दे की उत्‍तर प्रदेश में आज से डेढ़ दशक पूर्व फैजाबाद वर्तमान में अयोध्‍या नाम और लखनऊ के साथ ही वाराणसी की कचहरी में आतंकवादियों द्वारा सीरियल बम धमाकों ने पुलिस प्रशासन की नीद उड़ा दी थी। वाराणसी की कचहरी में 23 नवंबर 2007 को बम धमाका हुआ तो इस धमाके में तीन अधिवक्ताओं समेत कुल नौ लोगों की मौत हो गई थी। वहीं इस हादसे में कचहरी में मौजूद 50 से अधिक लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। तब से कचहरी परिसर में सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया था। आतंकी घटनाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन बड़ा ही सजग है लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट आज भी नजर आती है। इसका जिता - जागता उदाहरण इस बात से मिलता है कि वाराणसी में कचहरी बम धमाका हुए डेढ़ दशक बीत चुका है लेकिन सीरियल ब्लास्ट कांड का अभी तक न तो कोई खुलासा हुआ और न ही किसी आरोपित और साजिशकर्ता की गिरफ्तारी हो सकी है। वहीं वाराणसी की कचहरी में आज भी सुरक्षा न के बराबर होने से वकीलों की चिंता जस की तस बरकरार है।

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