✍️ कोर्ट में पेसी के दौरान अधिवक्ता व पुलिस आमने सामने


वाराणसी
: शिवपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेंद्र गौतम ने शिवपुर थाने में सोमवार को अधिवक्ता राकेश सिंह के ऊपर एफआईआर दर्ज कराई। जिसकी रिमांड सोमवार को शाम को कोर्ट में पेसी के दौरान कचहरी परिसर में अधिवक्ता और पुलिस आमने सामने हो गए। अधिवक्ता के विरोध प्रदर्शन के  चलते पुलिस को वापस लौटना पड़ा, जिसके चलते सोमवार को रिमांड पेस नही हो सका। मंगलवार को पुनः पुलिस के द्वारा रिमांड कोर्ट में पेस किया गया, तब भी अधिवक्ताओं की भीड़ जुटी रही। 
👉खबर लिखे जाने तक कोर्ट में 323,504,506,332,353,352,427,294 आईपीसी व एसटी/एससी की धाराओं में रिमांड पेस हो चुका था।

👉कॉन्टेबल सुरेंद्र गौतम ने तहरीर में कहा की मै दिनांक 10.09.2019 से थाना शिवपुर वाराणसी में सीसीटीएनएस कार्यलेख में कार्यरत हूं। दिनांक 22.01.2023 को मेरी ड्यूटी थाना कार्यालय में रात्रि CCTNS कार्यलेख पर थी।समय 10.00 से 11.00 के बीच रात्रि में करीब राकेश सिंह निवासी शास्त्री धामल कलोनी थाना शिवपुर वाराणसी थाना कार्यालय में आकर पूछने लगे कि थानाध्यक्ष कहाँ है तो मैने बताया कि रात्रि गस्त में गये हुये है। उसके बाद कार्यालय के बाहर आकर कहने लगा कि थानाध्यक्ष मादर चोद को बुलावो और महोदय थानाध्यक्ष को माँ बहन की भद्दी भद्दी गालिया देने लगा तभी मैने फोन करके थानाध्यक्ष महोदय को इस बारे में सूचित किया। मुझको फोन करते हुए देखकर राकेश सिंह आग बबूला हो गया और मुझे माँ बहन की भद्दी भद्दी गालिया देते हुए मेरा कालर पकड़कर कार्यालय से खीच बाहर लिया और जमीन पर पटक कर मेरा गला जान से मारने की नीयत से दबाते हुए चमार सियार कहते हुए कहने लगा। मेरी शिकायत कर रहे हो मै अपने को बचाने का प्रयास करता रहा लेकिन वह मेरा गला नही छोड़ रहा था तभी महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त म0का0 आस्था चन्द और थाने पर नियुक्त पहरा का0 अजीत गुप्ता ने आकर और कार्यलेख पर नियुक्त का0मु0 इमरोज आलम आकर बीच बचाव कर छोड़ाने लगे तो राकेश सिंह ने महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त म0का0 आस्था चन्द के साथ भी बादतमीजी करने लगा। जब ये लोग बीज बचाव कराने आए  तभी राकेश सिंह ने मौका पाकर पास में रखी हुई। पुलिस की लाठी उठा कर मुझे मारने लगा और मेरी वर्दी की शर्ट की जेब में 1200 रुपया रखा था जिसको राकेश ने छीन लिया और मेरी वर्दी फाड़ दिया इतने में शोर सराबे की आवाज सुनकर पुलिस बैरक में सो रहे पुलिस कर्मचारी उठ कर आ गये और एसो साहब भी आ गये।तब जाकर मेरी जान बच पायी नही तो मुझको जान से मार दिया होता। शांति होने के बाद भी राकेश सिंह कह रहे थे कि मेरे ऊपर पहले से भी कई मुकदमें है तुम थाने से बाहर निकलो मै तुम्हारी हत्या करवा दूंगा। राकेश सिंह ने सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए मेरे साथ मारपीट और लूट की घटना किया है।

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