✍️ हानिकारक नकली पेय (शराब) बनाकर बेचने के आरोपी को मिली जमानत
अंकुर पटेल
Varanasi: प्रभारी सत्र न्यायालय के न्यायाधीश देवकांत शुक्ला की अदालत ने अभियुक्त वीरेंद्र नाथ वर्मा पुत्र मुंशीलाल निवासी ग्राम असवालपुर पोस्ट पिंडरा थाना फूलपुर जिला वाराणसी को हानिकारक नकली पेय (शराब) बनाकर बेचने के मामले में जमानत दे दी।
अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ फौजदारी अधिवक्ता हरिशंकर सिंह ने पक्ष रखा।
👉 अभियोजन कथानक के अनुसार रमेश यादव आबकारी निरीक्षक क्षेत्र 2 वाराणसी अपने सहयोगी अमित कुमार सिंह, जिलाजीत सिंह आबकारी निरीक्षक, सुधीर कुमार सिंह आबकारी निरीक्षक सेक्टर वाराणसी मय स्टाफ अवैध मघ निष्कर्ष/बिक्री/ परिवहन के खिलाफ क्षेत्र में मासूर थे कि बाबतपुर एयरपोर्ट के पास वाराणसी लखनऊ हाईवे पर मुखबिर खास की सूचना पर विश्वास कर सभी लोग सरकारी वाहन से मुखबिरी खास को साथ लेकर उसके बताए गए स्थान की तरफ नागापुर ग्राम पहुंचकर मुखबिर खास एक मकान की तरफ इशारा करके गाड़ी से उतर कर दूसरी तरफ चला गया। चार व्यक्ति आपस में बातचीत करते हुए दिखाई दिए, दबिश टीम को देखकर हड़बड़ा कर भागने लगे। दबिश टीम द्वारा दौड़ाकर एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया जबकि तीन व्यक्ति परिस्थितियों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पूछने पर नाम वीरेंद्र नाथ वर्मा पुत्र मुंशीलाल निवासी थाना फूलपुर बताया। भागने का कारण पूछने पर उसने बताया कि साहब हम सभी लोग स्प्रिट से खाली पड़ी शराब की दुकानों से शिशिया उठाकर उसमें भरकर ऊपर से नकली ढक्कन लगाकर तैयार करके सरकारी ठेके की शराब बता कर इधर-उधर पीने वालों को बेच देते हैं। आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से कार्य मै स्वयं तथा अपने साथियों के साथ मिलकर करता था। हम सभी के सरगना सनी तिवारी हैं। कड़ाई से पूछताछ करने पर गिरफ्तार व्यक्ति सड़क किनारे स्थित अपने मकान में ले गया जहां उसकी निशानदेही पर मकान के अंदर पांच निकले रंग के ड्रम थे। ड्रमो को खोल कर तथा सुनाया गया तो उसमें स्प्रिट जैसी तीव्र गंध आ रही थी। मकान के सघनता पूर्वक तलाशी लेने पर एक प्लास्टिक की सफेद बोरी में देसी मदिरा की खाली शीशियां पाई गई, जिस पर विंडीज लाइम ब्रांड लिखा है। साथ ही सफेद रंग के झोले में नकली ढक्कन जो हरे रंग का था तथा ऊपर रेडिको खेतान लिमिटेड रेडिको लिखा है बरामद हुआ।
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