✍️ सामाजिक शोध में पवित्रता एवं प्रासंगिकता आवश्यक : प्रोफेसर आनंद कुमार

अंकुर पटेल 

VARANASI: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग में संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। जिसमें अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रेखा ने किया और कहा कि शोध की गुणवत्ता का मूल्यांकन मौलिक कार्यों के आधार पर ही किया जाना चहिए।


👉 मुख्य अतिथि प्रोफेसर आनंद कुमार ने भारतीय समाज का समाजशास्त्रीय अध्ययन - दशा एवं दिशा पर अपने अमूल्य विचार व्यक्त किए। अपने व्याख्यान में विकास भूमंडलीकरण ,जेंडर स्टडी, भागीदारी और स्वतंत्रता पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किए ।

👉विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रोफेसर रवि प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि सामाजिक समस्यायों का अध्ययन हमें परिवर्तित संदर्भों को ध्यान में रखते हुए अन्य विषयों को भी शामिल किया जाना चाहिए।

👉 इस अवसर पर कुलानुशासक प्रोफ़ेसर अमिता सिंह, प्रोफेसर तेज बहादुर सिंह , प्रोफेसर भारती रस्तोगी ,डॉक्टर जयप्रकाश यादव, डॉ सौम्या यादव डॉक्टर चन्द्रशेखर ,डॉक्टर संजय सोनकर, सतीश गौतम, नंदलाल,रविदास, प्रमोद मौर्या एवं महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण एवम् विभाग के शोध छात्र/छात्राएं उपस्थिति रहे। संगोष्ठी का संचालन सोभा प्रजापति ने किया। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर ब्रजेश कुमार सिंह के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

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