✍️✍️ ट्रक चोरी व बरामदगी के मामले में मिली जमानत
वाराणसी: सत्र न्यायालय के न्यायाधीश संजीव पांडेय की अदालत ने थाना शिवपुर में दर्ज ट्रक चोरी व बरामदगी के मामले में अभियुक्त गोपाल पाल पुत्र स्व० दुक्खू पाल निवासी आशापुर, थाना सारनाथ, जिला वाराणसी की ओर से प्रस्तुत जमानत प्रार्थना-पत्र स्वीकार करते हुए अभियुक्त द्वारा पचास हजार रूपये का व्यक्तिगत बंध पत्र एवं समान राशि के दो प्रतिभू दाखिल करने पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
""बचाव पक्ष की ओर से अदालत मे अधिवक्ता आशीष सिंह, संतोष पाल व राजेश कुशवाहा ने पक्ष रखा""
👉अभियोजन कथानक के अनुसार वादी दिपांशु सिंह की टाटा की ट्रक टेलर जिसका नम्बर-UP 25 CT 2455 है, वह इण्डियन आयल पेट्रोल पम्प दानूपुर में विगत कई महीनों से खड़ा था जिसकी जानकारी पेट्रोल संचालक को थी। दिनांक 28/03/2024 को सायं 4.26 मिनट पे वादी के मोबाइल पे फास्ट टैग से पैसे कटने का मैसेज आया। जब वादी मैसेज पढ़ा तो देखा कि मैसेज उपरोक्त गाड़ी के फास्ट टैग से आया था जिसे वादी ने पेट्रोल पम्प पर खड़ा करा रखा था। सम्बन्धित को भेजकर पता करने पर ज्ञात हुआ कि उसकी ट्रक टेलर पम्प पर नहीं है। फास्ट टैग से पैसा कैथी टोल प्लाजा में 04.26 मिनट पर कटा था।
👉दौरान विवेचना दिनांक 29-03-2024 को पुलिस द्वारा अभियुक्त को रूस्तमपुर स्थित उसके गैरेज से गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ के उपरांत सह-अभियुक्त अभय सिंह को गिरफ्तार किया गया तथा उनकी निशानदेही पर ट्रक बरामद किया गया तथा उसमें से निकाले गये 08 चक्के भी गोपाल पाल के गैरेज से बरामद किये गये। पूछताछ में उक्त लोगों द्वारा उक्त ट्रक चोरी में अपनी संलिप्तता स्वीकार की गयी।
👉अभियुक्त के विद्वान अधिवक्ता द्वारा अदालत में तर्क दिया गया है कि अभियुक्त को झूठा फंसाया गया है। उसके द्वारा कोई अपराध कारित नहीं किया गया है। अभियुक्त चोरी के किसी भी वारदात में शामिल नहीं था।अभियुक्त के पास से गलत बरामदगी दिखाकर उक्त प्रश्नगत अपराध में उसे अभियुक्त बना दिया गया है। वह पेशे से मैकेनिक है और छोटा मोटा गैरेज खोलकर वाहन रिपोयरिंग का कार्य करता है। उसके गैरेज में कई वाहन रिपेयरिंग के लिये आते है और उसके गैरेज के सामने कई वाहन खड़े रहते है और वह उक्त वाहन के चालकों के निर्देशानुसार वाहनों के रिपेयरिंग का कार्य करता है। उसके पास अपना खुद व अन्य वाहनों का पार्ट्स काफी संख्या में मौजूद रहता है। चोरी हुए ट्रक व उसके चक्कों से अभियुक्त का कोई लेना देना नहीं है। वह सह अभियुक्त अभय सिंह को नही जानता पहचानता है और न ही उससे कभी मिला है। उसका गैरेज रुस्तमपुर सारनाथ, वाराणसी में स्थित है और पुलिस वाले भी अपने वाहन की रिपेयरिंग अभियुक्त से कराते है। वाहन रिपेयरिंग की मजदूरी मांगने पर पुलिस वाले काफी बुरा मानते थे और इसी रंजिश से उसे झूठा फंसा दिया है। वह निर्दोष है।
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