✍️✍️ दहेज के लिए पत्नी से मारपीट एवं क्रूरता कर घर से निकालने का मामला,अग्रिम जमानत मंजूर
वाराणसी: एफटीसी (14वां वित्त आयोग) के न्यायाधीश मनोज कुमार द्वितीय की अदालत ने थाना शिवपुर में दर्ज दहेज के लिए पत्नी से मारपीट एवं क्रूरता कर घर से निकालने के मामले में आरोपी विकास सोनकर पुत्र अमर नाथ सोनकर निवासी नरायनपुर,तरना थाना शिवपुर वाराणसी की ओर से प्रस्तुत अग्रिम जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए अग्रिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
""बचाव पक्ष की ओर से अदालत में अधिवक्ता शशिकांत दुबे व सहयोगी अधिवक्ता आलोक सौरभ पांडेय, अंकित दुबे व आकाश पांडेय ने पक्ष रखा""
👉 प्रकरण के अनुसार वादिनी संध्या सोनकर ने थाने में तहरीर दिया कि विपक्षीगण विकास सोनकर, मुकेश सोनकर उर्फ जिम्मी पुत्रगण अमरनाथ सोनकर, अमरनाथ सोनकर पुत्र अज्ञात, श्रीमती शकुन्तला देवी पत्नी अमरनाथ सोनकर व पिन्की सोनकर पुत्री अमरनाथ सोनकर एक ही परिवार के सदस्य है। प्रार्थिनी का विवाह विपक्षी विकास सोनकर से दिनांक 06.05.2023 को सम्पन्न हुआ । बवक्त विवाह व बिदाई प्रार्थिनी के घर वालो, परिजनों व नाते व रिश्तेदारों ने उपहार स्वरूप प्रार्थिनी को 13 लाख रूपये, 6 लाख रूपये का समान सहित सोने चाँदी के जेवरात, कपड़े आदि दिया विवाहोपरान्त प्रार्थिनी मायके से बिदा होकर दिनांक 07.05.2023 को अपने ससुराल गयी। उसी दिन ससुराल में एक आयोजन रखा गया था। आयोजन में सम्मिलित होने के नाम पर विपक्षीगण ने प्रार्थिनी के शरीर से सारे जेवरात उतरवा लिये और अपने पास रख लिये और कहने लगे की हम लोग हिन्दू धर्म त्याग कर ईसाई धर्मी हो गये है। पहले तुमको भी शुद्ध होकर ईसाई धर्म स्वीकार करना होगा। कुछ देर बाद एक पादरी को बुलाकर प्रार्थिनी को ईसाई बनाने के लिये पादरी का शुद्धी करण करने लगे। प्रार्थिनी ने विरोध किया और कहीं की मैं जन्म से हिन्दू हूँ और हिन्दू ही रहूँगी आप लोग अपना धर्म छिपाकर छल पूर्वक धोखा देकर उससे शादी क्यो किया? इस पर विपक्षीगण ने कहा की हम लोग सिर्फ दहेज के लिये उससे शादी अपना धर्म छिपाकर कर लिया है। अब उसे हर हाल में ईसाई धर्म स्वीकार करना होगा, यहाँ शुद्ध नहीं हो सकी मगर शुद्ध होने के लिये हमारे साथ चर्च चलना होगा, बिना शुद्ध हुये वे उसे स्वीकार नहीं करेंगे अगर बता दिया होता तो तुम शादी नहीं करती। उसका पति पैशाचिक प्रकृति का है, उसके साथ कई बार जबरदस्ती अप्राकृतिक तरह से क्रूरता का व्यवहार करता रहा। जब प्रार्थिनी विपक्षीगण की बात मानने को तैयार नहीं हुयी तो विपक्षीगण प्रार्थिनी के साथ लाम बन्द हो गये तथा भद्दी-भद्दी गालियां देने लगे तथा कम दहेज का ताना देने लगे। प्रार्थिनी को गालियां देकर लात मुक्का से मार पीट कर शारिरीक व मानसिक रूप से परेशान व प्रताड़ित करते रहें। 20 लाख रूपया की दहेज की मांग करते रहें ससुराल में प्रार्थिनी पूरी तरह उपेक्षित हो गयी। इसी का नजायज लाभ उठाकर देवर मुकेश सोनकर प्रार्थिनी को बाथरूम में बन्द कर प्रार्थिनी के साथ जबरिया बलात्कार किया विपक्षीगण बाहरी ईसाईयों के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिये प्रार्थिनी को मजबूर करने लगे जिसका प्रार्थिनी बराबर विरोध करती रहीं। दिनांक 06.08.2023 को दिन में विपक्षीगण प्रार्थिनी को माँ-बहन की गालिया देते हुये लात मुक्का से मारपीट कर सभी स्त्रीधन छिनकर घर से निकाल दिये तथा धमकी दिये की अगर ईसाई धर्म स्वीकार करना हो तो बीस लाख रूपया दहेज में लेकर आना।
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