✍️✍️ पत्नी की हत्या के मामले में पति सहित 3 अन्य को आजीवन कारावास

 

वाराणसी: विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) की न्यायाधीश सपना शुक्ला की अदालत ने थाना चौबेपुर में दर्ज पत्नी की हत्या के एक मामले में अभियुक्त पति राजेश व उसके भाई रजनीश तथा ममेरा भाई सतीश तथा राजेश की माता चंपा देवी को दोषसिद्ध करते हुए दंडित किया ।

""अभियोजन की ओर से उक्त मामले की पैरवी सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अपराधिक प्रथमेश पांडेय व विशेष लोक अभियोजक कमलेश यादव द्वारा किया गया""

👉उक्त मामले का टर्निंग प्वाइंट यह रहा कि मृतक की पुत्री साक्षी इशिता जो घटना के समय मात्र 8 वर्ष की थी का बयान रहा जिसके आधार पर न्यायालय ने दोषसिद्ध का आदेश पारित किया।

👉अभियोजन के अनुसार वादी मुकदमा बलिराम राम पुत्र स्व० सुक्खनराम निवासी ग्राम करमपुर थाना खानपुर जिला गाजीपुर ने थानाध्यक्ष, चौबेपुर, वाराणसी के समक्ष तहरीर दिया कि, वह अपनी लड़की किरनवाला की शादी 1999 में राजेश कुमार पुत्र लालजी प्रसाद निवासी ग्राम डुडुवों (मीता का पुरा) थाना चौबेपुर जिला वाराणसी के साथ किया था। उसकी पुत्री की एक बेटी उम्र 8 वर्ष एवं दो लड़के कमशः 6 वर्ष एवं 4 वर्ष के है। लगभग सात वर्ष पूर्व उसके दामाद राजेश के छोटे भाई मृत्युंजय घरेलू कलह एवं विवाद के कारण अपने घर पर ही आत्महत्या कर लिया था। इसी के बाद से ही उसकी पत्नी किरनवाला को उसके पति ससुर लालजी प्रसाद, सास चम्पा एवं देवर रजनीश अधिकतर घर में उसके साथ गाली गलौज करते थे। कहते थे कि किरनवाला तुम्हारी वजह से के सागवान लड़का / भाई आत्महत्या कर लिया है, उसकी पुत्री उसको कई बार बतायी। वह आकर सभी लोगो को समझाया बुझाया। उसकी लड़की जूनियर हाई स्कूल डुबुवां में सहायक अध्यापिका थी। दिनांक-23.04.2011 समय करीब प्रातः 6:30 बजे उसकी लड़की को सहेली साधना देवी पत्नी चन्द्रभान निवासी डुडुवां ने उसे सूचना दिया कि उसकी लड़की किरनवाला घर पर नही है, घर से गायब है। इस सूचना पर वह तत्काल अपनी लड़की के घर पर पहुंचा तथा उसकी लड़की के कमरे में गया तो वहां पर दो स्थान पर अधिक मात्रा में खून जमीन पर दिखायी दिया और उसी कमरे मे दो हसियां भी दिखायी दिये जिसमें खून लगा हुआ था। इसके अतिरिक्त एक पेटीकोट भी कमरे में था जो खून से पूरी तरह सना था। समय लगभग 15:00 गांव के मल्लाहो द्वारा यह सूचना मिली कि ग्राम सरैया के पास गोमती नदी में एक औरत की लाश पड़ी है। इस सूचना के तुरन्त बाद वह अपने रिश्तेदार व परिजनो के साथ उक्त स्थान पर पहुंचा तो नदी से लाश गांव वालो की मदद से निकाला गया जो उसकी बेटी किरनवाला की लाश थी। उसकी लडकी किरनबाला के गले में किसी धारदार हथियार से गला काटा गया था। लाश को छिपाने की नियत से नदी में फेंका गया। गले पर काटने का निशान स्पष्ट दिख रहा है। उसे पूर्णतः विश्वास है कि उसकी लड़की की हत्या लड़की के पति राजेश कुमार की साजिश के तहत ससुर लालजी प्रसाद, सास श्रीमती चम्पा, देवर रजनीश एवं एक अन्य व्यक्ति सतीश (जो घटना के दिन लालजी प्रसाद के घर पर रहा) इन्ही लोगो ने मिलकर हत्या किया है। इन्ही लोगो ने हत्या छिपाने की नियत से लाश को नदी में फेंका।

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