✍️✍️ जानलेवा हमले के मामले में अभियुक्त की अग्रिम जमानत मंजूर
वाराणसी: सत्र न्यायालय के न्यायाधीश संजीव पांडेय की अदालत ने थाना रामनगर में दर्ज क्रिकेट मैच के दौरान हुए जानलेवा हमले के एक मामले में आकाश यादव पुत्र बबलू यादव निवासी सिंहाबीर थाना रामनगर जिला वाराणसी कि ओर से प्रस्तुत अग्रिम जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
""अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अजय गेठे ने पक्ष रखा""
👉 अभियोजन के अनुसार वादी ने थाना रामनगर में तहरीर दिया कि वादी राजनरायन यादव का भांजा सोनू यादव दिनांक 30-12-2024 को समय 2:00 बजे दिन में दुर्गा मंदिर के पास मैदान में किकेट बैठकर देख रहा था। वह यहाँ पर पिछले कई दिनों से मैच देखने जाता था, जिसको अभियुक्तगण दिलीप यादव, आकाश यादव, पियुष यादव, सोलू यादव, शिवम् यादव व एक अन्य अज्ञात एकाएक गोलबन्द होकर वहाँ पर आये तथा लाठी, डण्डा व लोहे के राड से जान से मारने की नीयत से वादी के भांजे सोनू यादव के सर पर मार दिये, जिससे वह वहाँ पर बेहोश होकर गिर गया तथा उसको लात व मुक्का से भी मारे और मरा हुआ समझ कर अभियुक्तगण मौके से भाग गए।
👉 अभियुक्त कि ओर से अदालत में विद्वान अधिवक्ता द्वारा तर्क प्रस्तुत किया गया कि उसे गलत तरीके से परेशान करने की गरज से झूठा फंसाया गया है। अभियोजन कथानक बिल्कुल मनगढ़ंत व काल्पनिक है। वास्तविकता यह है कि घटना वाले दिन प्रार्थी / अभियुक्त भी किकेट मैच देख रहा था तथा दोनों तरफ के खिलाड़ी एक दूसरे के विरूद्ध हृटिंग कर रहे थे जिससे बीच-बीच में माहौल तनावपूर्ण हो जाता था। हूटिंग के दौरान मौजूद सोनू यादव अपने साथियों के साथ दूसरे पक्ष को गाली गलौज दे रहा था जिससे कई बार वहाँ उपस्थित लोग उसे गाली गलौज करने से मना किये व समझाये लेकिन वह किसी की बात नहीं मान रहा था व झगड़ा फसाद करने पर आमादा हो जाता रहा। सोनू मैच के दौरान लगातार मैच में व्यवधान उत्पन्न कर रहा था और जबरदस्ती मैदान में घुसकर खिलाडियों से बदसलूकी व दुर्व्यवहार कर रहा था। अन्ततोगत्वा सोनू मैच के दौरान खिलाडियों से लड़ाई झगड़ा कर बैठा और स्वयं स्टम्प उखाड़कर खिलाड़ियों पर गाली गलौज देते हुए टूट पड़ा और वहाँ उपस्थित लोगों से भी कहा सुनी करके मारपीट करने लगा और उसी मारपीट में सोनू को चोटें आयी। सोनू के मामा राजनारायण यादव ने रंजिशवश प्रार्थी / अभियुक्त को उपरोक्त मुकदमे में फँसा दिया।
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