✍️✍️ 50 हजार रुपए हड़पने व छेड़खानी कर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में अंतरिम जमानत स्वीकृत
वाराणसी: सिविल जज (जू. डी.) षष्ठम की अदालत ने थाना जंसा में दर्ज 50 हजार रुपए हड़पने व छेड़खानी कर आपत्तिजनक पोस्ट करने के एक मामले में अभियुक्त मनीष कुमार पाण्डेय कि ओर से प्रस्तुत अंतरिम जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
"" अदालत में बचाव पक्ष की ओर से फौजदारी अधिवक्ता श्रीकांत प्रजापति, पराग कुमार व वीरेंद्र प्रताप ने पक्ष रखा""
👉 अभियोजन के अनुसार वादिनी ने थाना जंसा, वाराणसी में तहरीर दिया कि वह सेन्ट्रो कार (UP65DV1403) की पंजीकृत वाहन स्वामीनी है, वह गाड़ी की सर्विस व क्लेम कृष्णा हुण्डई (प्लाट नं0 97-98-शिवदासपुर, डी०एल० डब्लू रोड लहरतारा, बौलिया वाराणसी उ0प्र0-221002) में करवाती है। मनीष कुमार पाण्डेय कृष्णा हुण्डई में काम करता है जो कि इन्श्योरेन्स व एकाउन्टेन्ट का कार्य सम्भालता है। मनीष कुमार पाण्डेय द्वारा बताया गया कि उसकी गाडी मे 50000 हजार रुपए का खर्च आयेगा, जिसके लिए उसने 50000 रूपये कैश मनीष कुमार पाण्डेय को दिए। बाद में पता चला कि उसकी गाड़ी का क्लेम इन्श्योरेन्स कम्पनी से डाड्रेक्ट हो जायेगा। उसके बाद उसने मनीष कुमार पाण्डेय से अपने पैसे वापस माँगे तो उसने बोला कि पैसे खर्च हो गए हैं पर धीरे-धीरे दे दे दूँगा। कुछ पैसे देने के बाद उसकी नियत खराब हो गई और पैसा देने में हीला-हवाली करने लगा। वादिनी के बार-बार बोलने पर टुकड़ों में कुछ पैसे अदा किए, उसके बाद वादिनी को बोलने लगा कि आप मुझे कुछ दिन का समय दीजिए, उस पर वादिनी ने बोला कि उसे गाड़ी का इन्श्योरेन्स करवाना है उसके लिए उसे तत्काल रूप से 11000 रूपये चाहिए. उस पैसे को लौटाओ, तो उसने वादिनि को 11000 रूपये भेजकर मैसेज किया kindly pay the insurance of your car mam। बाकी के पैसे ना लौटाकर मनीष कुमार पाण्डेय ने उसे धमकी दी कि अब वो कोई पैसा नहीं देगा, बल्कि उसकी इज्जत पलीद कर देगा। इसी क्रम में उसने इन्स्टाग्राम पर उसके नाम के अक्षर am तथा उसकी गाड़ी के अंतिम चार अक्षर 1403 में अपना नाम जोड़कर फेक आईडी बनाई जिसकी यूजर आईडी manish_am1403 है तथा उसपर वादिनी के बारे में आपत्ति जनक पोस्ट डाले। उसके द्वारा पूरे गाँव में सबसे घूम-घूम कर ये बोला कि मैने उसके पैसे लिए है और लौटा नहीं रही है, जो कि सरासर निराधार है। इस तरह से मेरे गाँव में, आपत्तिजनक बाते फैलाकर मेरी छवि को धूमिल करते चला गया। इसकी शिकायत मैने पुलिस विभाग में की, उसके बाद उसने, मुझे व्हाट्सअप पर 5000 रूपए भेजकर यह मैसेज किया कि अब तुम्हारे पास मेरा कोई पैसा नहीं है, हर जगह मैं गलत हूँ, मुझे अब किसी से कोई शिकायत नहीं है। मेरे 3000 रूपये अभी भी शेष रह गए है, जिसे उसने नहीं लौटाया है। उसके बावजूद ये माना नहीं, मेरे मना करने पर भी, ये मुझे व्हाट्सअप पर, email पर, मेरे मर्जी के विरुध्द मुझे मैसेज भेजता रहा। इसी क्रम में मनीष कुमार पाण्डेय ने फेसवुक पर मेरे नं0 के Rdx khushboo के नाम से फर्जी आइडी बनाकर आपत्तीजनक पोस्ट के साथ अपलोड किया। अभी भी यह रूका नहीं, अन्य माध्यमों से मुझे जान से मारने की धमकी दिलवाता रहता है। मेरा पीछा करता रहता है, जिससे मैं बहुत भयभीत हूँ, कि कभी भी मेरे साथ कोई भी संगीन अपराध मनीष कुमार पाण्डेय द्वारा किया जा सकता है।
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