✍️✍️ कचहरी बवाल : एडीसीपी, एसीपी समेत सौ पुलिसकर्मियों के खिलाफ वाद पर आगामी सुनवाई 16 अक्टूबर को
पुलिस और वकीलों के बीच चल रहे विवाद के संदर्भ में वकील राघवेंद्र नारायण दुबे ने न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं को पुलिस अधिकारियों द्वारा अपशब्द बोलने का आरोप लगाते हुए प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वाद दर्ज कराया था।
👉 अदालत ने इसे प्रकीर्ण वाद के रूप में दर्ज करने का आदेश दिया था बनारस बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राघवेंद्र नारायण दुबे ने एडीसीपी नीतू, एसीपी नितिन तनेजा, एसीपी विदुष सक्सेना, कैंट इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्र के अलावा 50 दारोगा और 50 सिपाही के खिलाफ प्रार्थनापत्र देकर मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की अपील की थी।
👉 प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया गया है कि 16 सितंबर को दारोगा के साथ वकीलों के बीच हुए विवाद के बाद कैंट इंस्पेक्टर और कचहरी चौकी इंचार्ज ने कचहरी के गेट संख्या दो पर ताला लगा दिया और वकीलों पर पथराव किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे उपरोक्त पुलिस अधिकारी न्यायिक अधिकारियों और वकीलों को अपशब्द बोलने लगे। शिकायत के बावजूद इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वकील राघवेंद्र नारायण दुबे ने कहा कि यह घटना न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने न्यायालय से मांग की कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
👉 अधिवक्ता सत्य प्रकाश सुनील ने बताया कि उक्त प्रकीर्ण वाद मामले की आगामी सुनवाई के लिए 16 अक्टूबर तिथि नीयत की गई है, जिसमें सभी पक्षों की दलीलें सुनी जाएंगी।

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