जिम क्रीडा केन्द्र या स्वास्थ्य वर्धक केन्द्र?
वर्तमान कोविड-19 की महामारी के समय अहमद फैसल महतो, अध्यक्ष उत्तर भारत, यूबीबीएफ एवं यूएफए, व अध्यक्ष, काशी डिस्टिक बॉडी बिल्डिंग एण्ड फिटनेस एसोसियेशन, उत्तर प्रदेश के समस्त आधुनिक जिम को एक क्रीडा केन्द्र से ऊपर आधुनिक स्वास्थ्य वर्धक केन्द्र के रूप में देखते हुए इसे कई बीमारियों के निदान के लिए आवश्यक उपचार केन्द्र बताते है। इस विचारधारा के आधार पर प्रदेश सरकार से इस महामारी के समय अस्पतालों की तरह जिमो को खोलने और उसमें आने वाले युवाओ को बन्दी व लाक डाउन से छूट की अपील करते हुए अपने अभिकथन के समर्थन में निम्न दावे कर रहे हैं।
1- यह कि वर्तमान आधुनिक जिम एक स्वास्थ्य वर्धक केन्द्र के रूप में भी कार्य करते है। आधुनिक जिमो में आने वाला प्रत्येक युवा अपनी अनेको शारीरिक बिमारियो के प्रभाव से बचा रहता है।
2- यह कि कोविड से मरने वाले समस्त मरीज़ो की मौत का मुख्य कारण शारीरिक क्षमता की कमी बताया जा रहा है। जिसका जिमो में आने से प्रमुखता से विकास होता है।
3- यह कि अभी तक सम्पूर्ण भारत में किसी जिम जाने वाले युवा की कोविड से मौत का समाचार न होना बताते है।
4- यह कि जिमो को खोलने से युवा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जिमो में आयेगा तो कोविड का प्रभाव कम होगा और कोविड मरीज़ो का अस्पतालों मे दबाव अवश्य ही कम होगा।
5- यह कि देश के समस्त जिमो को खोलने के समर्थन में युवाओ को डिप्रेशन, थाइराइड, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता, स्पाँडलाईटिस, शूगर, मानसिक तनाव व अन्य बिमारियो से ग्रस्त मरीज़ो को जिमो के माध्यम से उपचार प्रदान करना भी है।
6- यह कि आज के आधुनिक जिम में आने वाले युवाओ को उनके खान पान, स्टीम बाथ, सोना बाथ व अन्य आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है। देश के सभी डाक्टर भाप को कोविड का उपचार बता रहे हैं। जो सरकार अपने एक निर्णय से युवाओ को उपलब्ध करा सकती है।
7- यह कि पूर्व के लाक डाउन में लगभग 20 प्रतिशत जिम बन्द हो गए। जिस से बेरोज़गारी बढी़।आज सरकार का स्पष्ट सन्देश है कि *जान भी जहान भी* जिसका सबसे सार्थक एवं अर्थपूर्ण उदाहरण जिमो को खोल कर सरकार दे सकती है।
8- यह कि देश के युवाओ को जिमो की ओर आकर्षित व प्रेरित करना सरकार का समस्त वर्ग के नागरिको को कोविड की महामारी के मानसिक दबाव से बाहर निकलने के लिए एक अच्छा व सराहनीय सन्देश होगा।
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