✍️✍️ धोखाधड़ी कर यार्ड से ट्रक चोरी के मामले में अभियुक्त की अग्रिम जमानत मंजूर
""बचाव पक्ष की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता शशिकांत दुबे, आलोक सौरभ, अंकित एवं आकाश ने पक्ष रखा""
👉 अभियोजन के अनुसार वादी विजय कौशिक का महेन्द्रा फर्स्ट च्वाइस फाइनेंस का ऑथराइज्ड यार्ड जो कि ग्राम खुशीपुर भदवर चौकी के पास है। जिसके फाइनेंस वाहन का किश्त टूटने पर वाहन यार्ड पर खड़ी होती है। फाइनेंस कम्पनी के द्वारा दिये गये निर्देश कि वाहन संख्या-यू०पी० 78 डी.टी. 2351 को रोककर और कब्जे में लेकर वाहन को यार्ड में खडा करें और जब वाहन स्वामी द्वारा किश्त की अदायगी कर दी जायेगी, तब उनकी गाड़ी सुपुर्द कर दी जायेगी। इसी निर्देश पर दिनांक 10.05.2024 को अपने पी०सी० पार्किंग यार्ड स्थित खुशीपुर में चालक व मालिक हनीफ व गाड़ी ड्राईवर के मौजूदगी में ड्राईवर द्वारा उक्त वाहन नियमानुसार सरेंडर किया गया। गाड़ी सरेंडर किये जाने का प्रपत्र वादी द्वारा तैयार कर चालक का हस्ताक्षर वाहन स्वामी के समक्ष ही बनवाकर वाहन कब्जे में ले लिया गया तथा यार्ड में खड़ा कराकर गार्ड रजनीश दूबे की सुरक्षा में दिया गया। दिनांक 12.05.2024 को रात में 12.30 से 1.20 के मध्य उक्त वाहन के स्वामी हनीफ तथा चालक मो० रजाद उपरोक्त यार्ड पर आये तथा गार्ड को बहला- फुसलाकर धोखे से यह कहते हुए कि मेरी गाड़ी में मेरा कुछ व्यक्तिगत सामान रखा है, उसे निकालना है तथा यार्ड से वाहन की चाबी लेकर गाड़ी की ओर चले गये। इसी दौरान वादी का गार्ड अन्य काम में व्यस्त हो गया और गाड़ी मालिक व ड्राईवर गार्ड से छल करके गाड़ी लेकर यार्ड से चले गये।
👉 अभियुक्त की ओर से विद्वान अधिवक्ता द्वारा तर्क दिया गया की अभियुक्त ने वाहन संख्या-यू०पी० 78 डी.टी. 2351 डबल डेकर को क्रय करके कुछ धनराशि का महेंद्रा फर्स्ट च्वाइस फाइनेंस कम्पनी से 35 माह का ई०एम०आई० रूपये 47380/- प्रतिमाह का करा रखा है। अभियुक्त अब तक 27 किश्त भर चुका है, मात्र 8 किश्त बाकी रह गया है,अभियुक्त उक्त वाहन पर माल फिल्टर लाद करके हरिद्वार से कोलकाता ले जा रहा था कि दिनांक 09.06.2024 को समय लगभग 8.00 बजे सुबह डाफी हाईवे के पास से उक्त फाइनेंस कम्पनी के गुण्डों द्वारा जबरदस्ती उससे गाड़ी छीन लिया गया तथा प्रार्थी को मारपीट कर भगा दिया गया,अभियुक्त द्वारा न तो उक्त वाहन को चुराया गया है और न ही छल किया गया है क्योंकि वह उक्त वाहन का पंजीकृत मालिक है और सारे कागजात वैध हैं।
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